भारत और ब्रिटेन ने तीन बड़ी रक्षा डील पर सहमति जताते हुए अपने रणनीतिक संबंधों को नया आयाम दिया है। इस साझेदारी में मिसाइल सिस्टम विकास, टेक्नोलॉजी ट्रांसफर और संयुक्त उत्पादन पर जोर दिया गया है, जिससे भारत की आत्मनिर्भर रक्षा नीति को मजबूती मिलेगी। ब्रिटिश प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर ने भारत के वैश्विक नेतृत्व की सराहना की और हिंद-प्रशांत क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने की प्रतिबद्धता जताई। यह समझौता चीन की बढ़ती सैन्य गतिविधियों के बीच क्षेत्रीय शक्ति संतुलन पर भी असर डाल सकता है।
इस वर्ष का नोबेल शांति पुरस्कार पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को नहीं मिलने पर सोशल मीडिया पर तेज़ प्रतिक्रियाएँ देखने को मिलीं। ट्रंप समर्थकों ने इसे अनुचित निर्णय बताया, जबकि आलोचकों ने इसे सही ठहराया। यह घटना वैश्विक मंचों और अमेरिकी राजनीति में नई बहस का विषय बन गई है, खासकर ट्रंप की अंतरराष्ट्रीय कूटनीति और आगामी चुनावों में उनकी भूमिका को लेकर। विशेषज्ञों का मानना है कि इस निर्णय से ट्रंप की सार्वजनिक छवि और वैश्विक राजनीतिक प्रभाव पर भी असर पड़ सकता है।
विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने कहा कि भारत का उदय ऐसे समय में हो रहा है जब दुनिया बड़े भू-राजनीतिक और आर्थिक बदलावों से गुजर रही है। उन्होंने ज़ोर दिया कि नई वैश्विक व्यवस्था में भारत एक रणनीतिक और निर्णायक भूमिका निभाएगा। जयशंकर ने कहा कि भारत अब नीतियों का अनुयायी नहीं बल्कि निर्माता बनना चाहता है, और उसकी विदेश नीति “रणनीतिक स्वायत्तता” व “वैश्विक जिम्मेदारी” पर आधारित होगी। Quad, BRICS और SCO जैसे मंचों पर सक्रिय भागीदारी के ज़रिए भारत खुद को एक संतुलनकारी शक्ति के रूप में स्थापित कर रहा है।
बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर NDA में सीट बंटवारे को लेकर मंथन जारी है। भाजपा ने कहा कि गठबंधन में सीटों को लेकर कोई विवाद नहीं है और चिराग पासवान से बातचीत सकारात्मक रही है। सूत्रों के अनुसार, पहली उम्मीदवार सूची 13 अक्टूबर को जारी होने की संभावना है, जिससे चुनावी तैयारियों में स्पष्टता आएगी। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि सीट बंटवारे का समय पर निपटना गठबंधन की चुनावी रणनीति को और मजबूत करेगा।
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने 8 अक्टूबर 2025 को रामपुर में आजम खान से मुलाकात की, जो लगभग दो वर्षों बाद हुई। उन्होंने कहा कि आजम खान पार्टी की धड़कन हैं और भाजपा सरकार ने उन पर झूठे मुकदमे लगाए हैं। अखिलेश ने वादा किया कि अगर 2027 में सपा की सरकार बनी, तो इन झूठे मुकदमों को वापस लिया जाएगा। मुलाकात के दौरान दोनों नेताओं के बीच भावनात्मक जुड़ाव दिखाई दिया, और इसे उत्तर प्रदेश की राजनीति में आगामी विधानसभा चुनावों की रणनीति के लिए महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
मध्यप्रदेश हाईकोर्ट ने जबलपुर शहर में महीनों से बंद पड़े ट्रैफिक सिग्नलों और सीसीटीवी कैमरों को लेकर गंभीर रुख अपनाया है। एक जनहित याचिका (PIL) पर सुनवाई करते हुए कोर्ट ने नगर निगम, स्मार्ट सिटी प्रबंधन, ट्रैफिक पुलिस समेत अन्य जिम्मेदार अधिकारियों से तीन सप्ताह के भीतर जवाब तलब किया है।