चेहरे पर प्राकृतिक निखार के लिए योगासन: जानें कैसे पाएं ग्लोइंग स्किन
आजकल की तनावपूर्ण और प्रदूषित जीवनशैली के कारण चेहरे की प्राकृतिक चमक कम हो रही है। लोग महंगी क्रीम्स और स्किन ट्रीटमेंट्स का सहारा लेते हैं, जबकि योग एक सरल और प्रभावी तरीका है चेहरे पर नेचुरल ग्लो लाने का।
लेख में पांच प्रमुख योगासनों का उल्लेख किया गया है जो नियमित रूप से सुबह करने पर चेहरे की त्वचा को स्वस्थ और चमकदार बना सकते हैं:
कपालभाति प्राणायाम (Kapalbhati Pranayama):
फायदा: यह एक पावरफुल ब्रीदिंग टेक्निक है जो शरीर से टॉक्सिन्स बाहर निकालती है। इससे स्किन प्यूरीफाई होती है।
कैसे करें: आराम से बैठें, पेट को । रोजाना 5-10।
अनुलोम-विलो):
फायदा: यह नाड़ी शुद्धि करता।
कैसे करें: एक नाक से सांस लें और। रोज 10 मिनट करें।
भ्रामरी प्राणाय ):
फायदा: तनाव से स्किन डल होने … । ऐसे में भ्रामरी प्र।
कैसे करें: आंखें बंद करके गहरी सांस।
रोज 5-7 मिनट।
हलासन (Halasana):
फायदा: इस पोज से ब्लड फ्ल।
सावधानी: इसे करते समय गर्दन पर दब।
फेस योगा (Face):
फायदा: चेहरे की मसल्स को ट।
कैसे करें: चेहरे पर हवा भरकर उसे ग।
महत्वपूर्ण सुझाव:
इन योगासनों को किसी योगाचार्य की सलाह से शुरू करें क्योंकि यह किसी चिकित्सा विकल्प का स्थान नहीं ले सकते।
नियमित अभ्यास से चेहरे की त्वचा में सुधार देखा जा सकता है, लेकिन परिणाम समय ले सकते हैं।
स्वास्थ्य वार्ता में विशेषज्ञ बोले: संतुलित जीवनशैली है स्वस्थ हृदय का आधार
स्थान और आयोजन:
उदयपुर में आयोजित स्वास्थ्य वार्ता में वरिष्ठ हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. बलदीप शर्मा उपस्थित थे।
विशेष रूप से महिलाओं को लक्षित करते हुए हृदय स्वास्थ्य और जीवनशैली के महत्व पर जानकारी दी गई।
मुख्य बिंदु और विस्तृत विवरण:
संतुलित आहार
फलों और सब्जियों का सेवन बढ़ाएं, जिससे विटामिन और मिनरल्स की पर्याप्त आपूर्ति हो।
साबुत अनाज (Whole grains) जैसे गेहूं, जौ और ब्राउन राइस को अपने आहार में शामिल करें।
कम वसा वाले प्रोटीन स्रोत जैसे दालें, मूंगफली, सोया, अंडे और चिकन (यदि सेवन करते हैं) को शामिल करें।
तला-भुना और अत्यधिक प्रोसेस्ड फूड से बचें।
नमक और शक्कर का सेवन नियंत्रित करें, ताकि ब्लड प्रेशर और कोलेस्ट्रॉल नियंत्रित रहे।
नियमित व्यायाम
हृदय स्वास्थ्य बनाए रखने के लिए सप्ताह में कम से कम 150 मिनट का मध्यम व्यायाम जरूरी है।
इसमें तेज़ चलना, साइकिल चलाना, तैराकी या योग शामिल किया जा सकता है।
व्यायाम से हृदय की मांसपेशियों को मजबूती मिलती है और रक्त संचार बेहतर होता है।
नियमित व्यायाम वजन नियंत्रित रखने और स्ट्रेस कम करने में मदद करता है।
मानसिक तनाव का नियंत्रण
तनाव सीधे हृदय स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकता है।
योग, ध्यान (Meditation) और गहरी सांसों के अभ्यास (Pranayama) से मानसिक तनाव कम होता है।
नियमित मानसिक व्यायाम से ब्लड प्रेशर नियंत्रित रहता है और कार्डियक इन्फेक्शन का जोखिम कम होता है।
स्वास्थ्य जांच
नियमित रूप से रक्तचाप, कोलेस्ट्रॉल, और ब्लड शुगर की जांच करवाना आवश्यक है।
शुरुआती चेतावनी संकेत पहचानने में यह मदद करता है और गंभीर हृदय रोग से बचाव संभव होता है।
महिलाओं को अपने स्वास्थ्य रिपोर्ट्स के प्रति जागरूक रहने और डॉक्टर से नियमित कंसल्टेशन की सलाह दी गई।
विशेष सलाह
डॉ. शर्मा ने महिलाओं को हृदय स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करने के साथ सकारात्मक जीवनशैली अपनाने की सलाह दी।
जीवनशैली सुधार के लिए छोटे-छोटे बदलाव जैसे सुबह की सैर, संतुलित भोजन और तनाव प्रबंधन, लंबे समय में बड़ा फर्क डाल सकते हैं।
ChatGPT said:
गैस्ट्रोएंट्रोलॉजिस्ट के अनुसार, बिना दूध और चीनी वाली ब्लैक कॉफी लिवर स्वास्थ्य के लिए बेहद फायदेमंद है। यह लिवर में जमा अतिरिक्त वसा को पिघलाने, सूजन कम करने और लिवर एंजाइम्स के स्तर को सुधारने में मदद करती है। रोजाना 3-4 कप ब्लैक कॉफी का सेवन लिवर की कार्यप्रणाली में सुधार और मेटाबोलिज्म को बढ़ाने में सहायक माना गया है। विशेषज्ञों ने सलाह दी है कि इसे बिना चीनी और दूध के ही पीना चाहिए और उच्च गुणवत्ता वाली कॉफी का ही चयन करें। साथ ही, इसे संतुलित आहार और नियमित व्यायाम के साथ मिलाकर ही लेना चाहिए। यदि किसी को विशेष स्वास्थ्य समस्या है, तो कॉफी सेवन से पहले चिकित्सक की सलाह लेना जरूरी है।
द लैंसेट में प्रकाशित नवीनतम अध्ययन के अनुसार, 2050 तक वैश्विक स्तर पर कैंसर से होने वाली मौतों में लगभग 75% की वृद्धि हो सकती है, जिससे सालाना 18.6 मिलियन मौतों का अनुमान है। भारत में भी 1990 से 2023 तक कैंसर के मामलों में 26% और मौतों की दर में बढ़ोतरी दर्ज की गई है। यह वृद्धि मुख्यतः अस्वास्थ्यकर जीवनशैली, तंबाकू और शराब का सेवन, शारीरिक निष्क्रियता और प्रदूषण जैसे कारकों के कारण हो रही है। अध्ययन में यह भी कहा गया है कि लगभग 42% कैंसर से होने वाली मौतें नियंत्रित कारणों से होती हैं, इसलिए जीवनशैली सुधार, नियमित जांच और प्रभावी सार्वजनिक स्वास्थ्य नीतियों से इनकी संख्या में कमी लाई जा सकती है।
रोज़ खाए जाने वाले देशी सुपरफूड्स और उनके अद्भुत फायदे
हम रोज़ हल्दी, दही, दालें, लहसुन और अदरक जैसे देशी सुपरफूड्स खाते हैं, जो हमें ऊर्जा, पोषण और रोग प्रतिरोधक शक्ति देते हैं।
फिटनेस और कसरत
फिटनेस के लिए नियमित कसरत जरूरी है। योग, दौड़, या जिम करने से शरीर मजबूत होता है, वजन नियंत्रित रहता है और मन प्रसन्न रहता है। रोज़ाना 30 मिनट की कसरत से स्वास्थ्य बेहतर बनता है।
मुंबई में आयोजित इंडिया टुडे कॉन्क्लेव 2025 में GLP-1 थेरेपी पर चर्चा की गई, जो मोटापे से जूझ रहे लोगों के लिए प्रभावी उपाय साबित हो सकती है। GLP-1 दवाएं जैसे सेमाग्लूटाइड और टिर्जेपाटाइड भूख को कम करके और इंसुलिन स्तर नियंत्रित करके वजन घटाने में मदद करती हैं। ये थेरेपी मांसपेशियों के नुकसान को कम करती है और जीवनकाल बढ़ाने में भी सहायक हो सकती है। भारत में बढ़ते मोटापे को देखते हुए GLP-1 दवाएं एक प्रभावी विकल्प हैं, लेकिन इन्हें केवल डॉक्टर की सलाह पर ही उपयोग करना चाहिए।
त्वरित रीसेट के लिए 7 दिन की फिटनेस चुनौती।
7 दिन की फिटनेस चुनौती से शरीर को ताज़गी मिलती है। रोज़ 30 मिनट कार्डियो, योग, स्ट्रेचिंग या वॉक शामिल करें। संतुलित आहार और भरपूर पानी पीना इस चुनौती को सफल बनाने में मदद करता है।
अपने दिन की सही शुरुआत करने के लिए स्ट्रेचिंग रूटीन अपनाएं.
सुबह उठकर हल्की स्ट्रेचिंग करें ताकि शरीर लचीला और सक्रिय बने। यह मांसपेशियों को आराम देता है, रक्त संचार बढ़ाता है और दिनभर ऊर्जा बनाए रखता है। रोज़ाना 5-10 मिनट का स्ट्रेचिंग फायदेमंद होता है।
अपने दिन की सही शुरुआत करने के लिए स्ट्रेचिंग रूटीन अपनाएं.
सुबह उठकर हल्की स्ट्रेचिंग करें ताकि शरीर लचीला और सक्रिय बने। यह मांसपेशियों को आराम देता है, रक्त संचार बढ़ाता है और दिनभर ऊर्जा बनाए रखता है। रोज़ाना 5-10 मिनट का स्ट्रेचिंग फायदेमंद होता है।
भोजन और पोषण हमारे शरीर के लिए अत्यंत आवश्यक हैं।
संतुलित आहार से ऊर्जा मिलती है, रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है और संपूर्ण स्वास्थ्य बना रहता है। सही पोषण से जीवन स्वस्थ और सक्रिय रहता है।
क्या है इंटरमिटेंट फास्टिंग और क्या यह आपके लिए सही है?
Intermittent fasting एक डाइट प्लान है जिसमें तय समय पर खाना खाया जाता है। यह वजन घटाने और शुगर कंट्रोल में मदद करता है।
रोज़ खाए जाने वाले देशी सुपरफूड्स और उनके अद्भुत फायदे
हम रोज़ाना कई देशी सुपरफूड्स जैसे हल्दी, दही, दालें, लहसुन और अदरक खाते हैं। ये शरीर को ऊर्जा, पोषण और रोगों से लड़ने की ताकत देते हैं। इनका नियमित सेवन हमें स्वस्थ और सक्रिय बनाए रखता है।
स्वस्थ डाइट प्लान कैसे बनाएं: जानिए आसान और प्रभावी तरीके
एक स्वस्थ डाइट प्लान बनाने के लिए संतुलित आहार चुनें जिसमें प्रोटीन, फाइबर, विटामिन, कार्बोहाइड्रेट और अच्छे फैट शामिल हों। समय पर भोजन करें, ताज़ा फल-सब्जियां खाएं और प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थों से बचें। पर्याप्त पानी पीना भी ज़रूरी है।
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