एक्सक्लूसिव:इंटेल के नए सीईओ ने चिप निर्माण व्यवसाय में बड़े बदलाव की संभावना जताई
Intel के नए CEO Lip‑Bu Tan (मार्च 2025 से) अपनी कंपनी की “फाउंड्री” (अनुबंध विनिर्माण) रणनीति में एक बड़ा बदलाव करने पर विचार कर रहे हैं। उनका उद्देश्य TSMC जैसे अग्रणी चिप निर्माताओं के सामने Intel को प्रतिस्पर्धा में वापिस लाना है
1.18A प्रक्रिया से संभावित दूरियां:
पहले के CEO Pat Gelsinger द्वारा heavily निवेशित 18A (और variantes 18A‑P) टेक्नोलॉजी को अब नए ग्राहकों को बेचना बुद्धिमानी नहीं माना जा रहा है। इसके लिए अरबों डॉलर की छूट यानी write‑off लेने की संभावना है
14A पर ध्यान केंद्रित करना:
Tan ने 14A नामक अगले जनरेशन की चिप प्रक्रिया को प्राथमिकता देने की योजना बनाई है, क्योंकि इसमें Intel को TSMC के मुकाबले संभावित लाभ दिख रहे हैं। इसका लक्ष्य Apple और Nvidia जैसी बड़ी कंपनियों को अपनी फाउंड्री में लुभाना है
Panther Lake और 18A का उपयोग:
Intel की अपनी “Panther Lake” लैपटॉप चिप्स अभी 18A प्रक्रिया पर आधारित हैं और इनका बड़े पैमाने पर उत्पादन 2025 के अंत तक शुरू होने वाला है। Amazon और Microsoft को पहले से वादा किए गए 18A आधारित ऑर्डर पूरे किए जाएंगे
लागत–कटौती और पुनर्गठन:
Lip‑Bu Tan ने संगठन में जल्दी सुधार करते हुए लागत कम करने वाले कदम उठाए हैं—इसमें मिड‑मैनेजमेंट की भारी कटौती और नए इंजीनियरिंग नेतृत्व को शामिल करना शामिल है
बोर्ड सम्मेलनों और निर्णय प्रक्रिया:
Intel का बोर्ड Tan द्वारा प्रस्तावित 18A को नए ग्राहकों के लिए बंद करने के विकल्प पर बैठक करेगा, जिसकी शुरूआत इस महीने हो सकती है और अंतिम निर्णय शरद ऋतु (autumn) में आने की संभावना है । Lip‑Bu Tan 18A प्रौद्योगिकी को नए ग्राहकों के लिए रोककर, मंच को अगले स्तर की 14A प्रक्रिया पर स्थानांतरित करने की सोच रहे हैं। यह कदम महँगा है लेकिन साथ ही Intel को Apple, Nvidia जैसे बड़े ग्राहक दिला सकता है। इस रणनीति का फैसला बोर्ड स्तर पर शरद ऋतु तक होगा—लेकिन अभी तक 18A पर Intel की अपनी जरूरतें और पहले से कोई वादे टिकाए जाएंगे। साथ ही, संगठन और लागत-रचनाओं में व्यापक सुधार भी किए जा रहे हैं।
अगर Intel अपने नए प्लान को अमल में लाती है, तो इसका मतलब होगा कि कंपनी अपने “फाउंड्री” यानी चिप निर्माण व्यवसाय में एक बड़ा बदलाव करेगी। इस रणनीति के तहत, Intel कुछ खास चिप निर्माण तकनीकों को अब बाहरी ग्राहकों को बेचने के लिए नहीं पेश करेगी।
यह वही तकनीकें हैं जिन्हें Intel ने सालों की मेहनत और भारी निवेश के साथ विकसित किया था, और पहले इन्हें दूसरे तकनीकी कंपनियों को आकर्षित करने के लिए पेश किया जा रहा था। लेकिन अब कंपनी का मानना है कि ये तकनीकें मौजूदा समय में बाजार की जरूरतों को उतना अच्छे से पूरा नहीं कर पा रहीं, खासकर उन ग्राहकों के लिए जो अत्याधुनिक और ऊर्जा-कुशल चिप्स की तलाश में हैं।
इस बदलाव का मकसद है – संसाधनों को उन तकनीकों पर केंद्रित करना, जो अधिक प्रतिस्पर्धी हैं और जिनसे Apple, Nvidia जैसी बड़ी कंपनियों को आकर्षित किया जा सके। Intel अब भविष्य की तकनीकों पर फोकस करना चाहती है, जिससे उसे ग्लोबल चिप मार्केट में फिर से अग्रणी बनने में मदद मिले।
कुल मिलाकर, यह एक बड़ा लेकिन सोचा-समझा कदम होगा, जो Intel को नई दिशा में ले जाने के लिए तैयार किया जा रहा है – जहां कंपनी केवल अपने लिए नहीं, बल्कि दुनिया की शीर्ष टेक कंपनियों के लिए भी भरोसेमंद चिप निर्माता बन सके।
मार्च में जब से लिप-बू टैन ने Intel की कमान संभाली है, तब से उन्होंने तेजी से फैसले लेने शुरू कर दिए हैं। उनकी प्राथमिकता रही है—खर्चों में कटौती करना और कंपनी के लिए एक नई दिशा तय करना, ताकि इस संघर्ष कर रही अमेरिकी चिप निर्माता कंपनी को दोबारा मज़बूती मिल सके।
जून आते-आते, टैन ने यह खुलकर जताना शुरू कर दिया था कि उनके पूर्ववर्ती CEO, पैट गेलसिंगर द्वारा जिस मैन्युफैक्चरिंग टेक्नोलॉजी पर भारी निवेश किया गया था—जिसे “18A” के नाम से जाना जाता है—वह अब नए ग्राहकों को उतना आकर्षित नहीं कर रही है। यह जानकारी उन लोगों ने साझा की है जो इस मामले से सीधे जुड़े हैं, लेकिन उन्होंने अपनी पहचान गोपनीय रखने को कहा।
यदि Intel फैसला करती है कि वह 18A और उसके वेरिएंट 18A‑P को बाहरी ग्राहकों को बेचना बंद कर दे, तो इसके पीछे एक बड़ा वित्तीय असर पड़ेगा। इन दोनों मैन्युफैक्चरिंग प्रोसेस को विकसित करने में कंपनी ने अब तक अरबों डॉलर झोंक दिए हैं। अब अगर इन्हें रोकना पड़े, तो कंपनी को एक बड़ी ‘राइट-ऑफ’ यानी घाटे की स्वीकृति देनी होगी।
इंडस्ट्री विश्लेषकों के अनुसार, यह राइट-ऑफ सैकड़ों मिलियन डॉलर से लेकर कुछ मामलों में अरबों डॉलर तक का घाटा हो सकता है। ऐसे में यह फैसला Intel के लिए केवल रणनीतिक नहीं, बल्कि वित्तीय जोखिम से भी जुड़ा हुआ है।
निष्कर्ष:
लिप-बू टैन के नेतृत्व में Intel एक नए रास्ते पर आगे बढ़ रही है, जिसमें पुरानी योजनाओं पर पुनर्विचार और जोखिम लेने की हिम्मत शामिल है। हालांकि 18A को छोड़ना एक महंगा फैसला होगा, लेकिन यह लंबे समय में कंपनी को अधिक प्रतिस्पर्धी बना सकता है।
अगर आप चाहें तो मैं 18A और 18A‑P तकनीकों की तकनीकी तुलना, या बाजार में इनके संभावित असर को और विस्तार से भी बता सकता हूँ।
Intel ने इस पूरे मामले पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया है। कंपनी का कहना है कि वह किसी भी “काल्पनिक स्थिति” या “बाजार अटकलों” पर जवाब नहीं देती। हालांकि, Intel ने यह जरूर स्पष्ट किया कि 18A तकनीक का प्रमुख ग्राहक शुरू से खुद Intel ही रहा है। कंपनी की योजना है कि वह 2025 के अंत तक अपनी अगली पीढ़ी की “Panther Lake” लैपटॉप चिप्स का बड़े पैमाने पर उत्पादन शुरू करे। इन चिप्स को Intel अब तक की सबसे उन्नत प्रोसेसर डिज़ाइन और निर्माण उपलब्धि मानता है—वह भी पूरी तरह से अमेरिका में निर्मित।
लेकिन केवल अपनी ज़रूरतों के लिए चिप बनाना Intel की दीर्घकालिक सफलता के लिए काफी नहीं है। कंपनी का भविष्य इस पर भी निर्भर करता है कि वह कितने बाहरी ग्राहकों को अपने चिप निर्माण संयंत्रों (फाउंड्री) का उपयोग करने के लिए मना पाती है।
जहां Intel की 18A प्रक्रिया समय से पीछे होती दिखी, वहीं उसका सबसे बड़ा प्रतिद्वंद्वी—ताइवान का TSMC—अपनी N2 तकनीक को समय पर उत्पादन के लिए तैयार कर रहा है। इससे Intel पर दबाव और बढ़ गया है।
इस चुनौती का प्रारंभिक हल CEO लिप-बू टैन ने यह निकाला है कि कंपनी अब अपने संसाधनों को एक नई, अधिक आधुनिक चिप निर्माण तकनीक—14A—पर केंद्रित करेगी। यह जानकारी इस मामले से जुड़े दो लोगों ने दी। Intel को विश्वास है कि 14A में उसे TSMC के मुकाबले तकनीकी बढ़त मिल सकती है।
यह रणनीति खास तौर पर उन दिग्गज ग्राहकों को लुभाने के लिए है जो अभी तक अपने चिप्स का निर्माण TSMC से करवाते हैं—जैसे कि Apple और Nvidia। यदि Intel उन्हें अपनी फाउंड्री सेवाएं देने में सफल होता है, तो यह कंपनी के लिए एक बड़ा मोड़ साबित हो सकता है।
संदर्भ :-