गुरुग्राम सहित दिल्ली-एनसीआर में भूकंप के झटके, लोगों में दहशत
“हरियाणा के झज्जर में था भूकंप का केंद्र, दिल्ली-एनसीआर में महसूस हुए तेज झटके”
हरियाणा के झज्जर जिले में गुरुवार सुबह 9:04 बजे आए 4.4 तीव्रता के भूकंप के झटके गुरुग्राम समेत पूरे दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में महसूस किए गए। भूकंप का केंद्र झज्जर, हरियाणा में ज़मीन से 10 किलोमीटर की गहराई पर स्थित था। हालाँकि अब तक किसी भी तरह के जानमाल के नुकसान की कोई खबर नहीं है।
कहाँ-कहाँ महसूस हुए झटके:
भूकंप के झटके गुरुग्राम, दिल्ली, नोएडा, गाज़ियाबाद, फरीदाबाद सहित आस-पास के इलाकों में महसूस किए गए। कई लोग अचानक अपने घरों और कार्यालयों से बाहर निकल आए। ऑफिस की ऊँची इमारतों में मौजूद कर्मचारियों में भी अफरा-तफरी देखी गई।
दिल्ली मेट्रो पर प्रभाव:
दिल्ली मेट्रो की सेवाओं को सुरक्षा के लिहाज से कुछ मिनटों के लिए रोका गया। भूकंप के झटकों के तुरंत बाद सभी रूटों पर ट्रेनों की गति को धीमा कर दिया गया था।
गांवों में भी घबराहट:
झज्जर के पास स्थित गाँवों में जैसे गिरावर गांव में लोग घरों, दुकानों और स्कूलों से बाहर निकल आए। हालांकि, अधिकारियों ने स्पष्ट किया है कि किसी इमारत में दरार या गिरावट की कोई सूचना नहीं मिली है।
भूकंप का विवरण (नेशनल सेंटर फॉर सिस्मोलॉजी द्वारा):
तारीख: 10 जुलाई 2025
समय: सुबह 9:04 बजे
तीव्रता: 4.4 रिक्टर स्केल
गहराई: 10 किलोमीटर
केंद्र: झज्जर, हरियाणा (Latitude: 28.63°N, Longitude: 76.68°E)
भविष्य के लिए क्या करें?
राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (NDMA) और विशेषज्ञों ने दिल्ली-एनसीआर को भूकंपीय क्षेत्र-4 (Seismic Zone-IV) के अंतर्गत रखा है, जो उच्च जोखिम वाला क्षेत्र माना जाता है।लोगों को भूकंप के समय निम्नलिखित सावधानियां बरतने की सलाह दी जाती है:
झटके महसूस होते ही जमीन पर बैठ जाएं, सिर और गर्दन को हाथ से ढकें।
दीवारों, खिड़कियों और भारी फर्नीचर से दूर रहें।झटके रुकने तक बिल्डिंग के अंदर ही रहें।बाद में धीरे-धीरे बाहर खुले मैदान में जाएं।
गुरुग्राम में विशेष प्रयास:
गुरुग्राम नगर निगम और जिला प्रशासन द्वारा हाई-राइज़ बिल्डिंग्स में भूकंप सुरक्षा प्रणाली लगाने की योजना पर काम चल रहा है। इसमें स्वचालित अलार्म सिस्टम, गैस कट-ऑफ, और लिफ्ट रोकने की तकनीक शामिल है ताकि भविष्य में बड़ा नुकसान टाला जा सके।
निष्कर्ष:
हालांकि इस भूकंप में कोई बड़ा नुकसान नहीं हुआ, लेकिन इसने एक बार फिर याद दिलाया कि दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र को भूकंप आपदा की दृष्टि से सतर्क रहना चाहिए। सरकार और आमजन को भूकंप सुरक्षा उपायों को गंभीरता से अपनाना होगा।