जबलपुर की मड़ई मस्जिद पर विवाद बढ़ा: विहिप, बजरंग दल ने 16 को जबलपुर बंद का आह्वान किया
जबलपुर (मध्य प्रदेश): जबलपुर स्थित मड़ई मस्जिद को लेकर विवाद तेज़ी से गहराता जा रहा है। विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल का दावा है कि यह मस्जिद बाल गायत्री मंदिर की ज़मीन पर अवैध रूप से बनाई गई थी। विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल ने इसे एकतरफ़ा फ़ैसला बताया है और 16 जुलाई को जबलपुर बंद का आह्वान किया है।
जबलपुर की मड़ई मस्जिद विवाद: पूरा परिदृश्य
- विवाद की जड़
जबलपुर के मड़ई इलाके में एक मस्जिद को लेकर तीखी बहस छिड़ी हुई है। विहिप और बजरंग दल का आरोप है कि यह मस्जिद गयात्री बाल मंदिर की जमीन पर अवैध रूप से बनाई गई है। - जमीन के दायरे पर आरोपहिंदू संगठन दावा कर रहे हैं कि वक्फ बोर्ड को केवल 1,000 वर्ग फीट जमीन मिली थी, जबकि मस्जिद लगभग 3,000 वर्ग फीट में फैली हुई है। उनका आरोप है कि प्रशासन ने बिना उचित जांच के मस्जिद को ‘साफ़-सुथरा प्रमाण’ (clean chit) दे दिया ।
3. ‘कलेक्टर भगाओ, जबलपुर बचाओ’ आंदोलन
इस पूरे घटनाक्रम के विरोध में विहिप और बजरंग दल ने 14 जुलाई को एक शांतिपूर्ण प्रदर्शन किया, जिसमें कलेक्टर की भतीया (effigy) का अंतिम संस्कार जैसा समावेश किया गया। पुलिस ने अब इसे चुनौती न बनने देने के लिए कड़ाई की और आंसू गैस तथा वाटर कैनन का उपयोग कर प्रदर्शनकारियों को हटाया ।
4.16 जुलाई को बंद का आह्वान
हिंदू संगठनों ने प्रशासन के फैसले को एकतरफा बताया और जनहित में 16 जुलाई को पूरे शहर में बंद का आह्वान किया। उन्होंने इसे “जबलपुर बंद” नामक आंदोलन बताया सनातन प्रभात।
5.मस्जिद समिति का जवाब
मस्जिद समिति का कहना है कि जमीन उन्होंने 1973 में खरीदी थी और मस्जिद का निर्माण 1985 में हुआ था। उन्होंने आरोपों को पूरी तरह से खारिज किया और प्रशासन की सफ़ाई को माने रखा ।
6.रिकॉर्ड में गड़बड़ी पर प्रशासन की सफ़ाई
जिला प्रशासन ने माना कि रिकॉर्ड में कुछ खामियाँ हैं और इस वजह से विवाद बढ़ा है। फिलहाल दोनों पक्षों के दावे अदालत में विचाराधीन हैं ।
निष्कर्ष एवं भावुक पहलु
- स्थानीय तनाव: विवाद ने मड़ई इलाका तनावपूर्ण बना दिया है। भारी पुलिस बल तैनात है, जिससे हालात काबू में हैं ।
- दो समुदायों के बीच गहरी असहमति: यह मामला केवल विधि की नहीं, बल्कि दोनों समुदायों की भावनाओं का भी टकराव है।
- अगला मोड़: इधर मस्जिद समिति अदालत जाएंगी, वहीं विहिप–बजरंग दल का बंद 16 जुलाई को शांति और कानून-व्यवस्था की कसौटी पर खरा होगा।